भारत में राज्यों का गठन (States & union territories of India : 1947-1920)

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  भारत में राज्यों का गठन 

(States & union territories of India : 1947-1920)

भारत में राज्यों का गठन (1947-1954)


हम सभी जानते है कि भारत को अंग्रेजों से आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली थी और भारत का विभाजन कर पाकिस्तान नाम का देश विश्व के नक्शे पर आया। स्वतंत्रता और विभाजन के पहले भारत में ब्रिटिश शासित क्षेत्र के 17 प्रांतों के आलवा छोटी-बड़ी 565 रियासत थी और भारत के कुछ क्षेत्रों पर फ्रांस और पुर्तगाल का शासन था।

1947 के पहले का भारत (ब्रिटिश भारत)


                         भारत को आजाद करने के लिए ब्रिटिश संसद में भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 4 जुलाई 1947 को लाया गया, जिसे 18 जुलाई 1947 को स्वीकृत कर लिया गया। जिसके अनुसार ब्रिटिश भारत को भारत और  पाकिस्तान दो स्वतंत्र देश बनाया जाएगा। वहीं भारत के 565 देशी रियासतों को भारत या पाकिस्तान में शामिल होने या स्वतंत्र राज्य के रूप में स्थापित रहने का विकल्प दिया गया। लेकिन भारत के अंतरिम सरकार को रियासतों के स्वतंत्र रखने पर आपत्ति हुई और उन्होंने भारत के रियासतों का एकीकरण करने के लिए सरदार बल्लभ भाई पटेल की अध्यक्षता में 5 जुलाई 1947 को  रियासती विभाग बनाया, जिसके सचिव वीपी मेनन थे। सरदार बल्लभ भाई पटेल और वीपी मेनन की सुझबुझ और प्रयासों से 15 अगस्त 1947 तक हैदराबाद, जूनागढ़ और जम्मू-कश्मीर रियासत को छोड़कर 549 रियासत भारत में शामिल हो गए। जिसमें भारत के अंतिम वायसराय और पहले गर्वरन जनरल माउंट बेटन की महत्वपूर्ण भूमिका थी।

Sardar Vallabhbai Patel, V.P. Menon & Lord Mountbatten

 

                         भारत के विभाजन का काम सिरिल रेडक्लिफ को दिया गया। जिन्होंने भारत और पाकिस्तान को अलग करने के लिए रेखा खिची, जिसे रेडक्लिफ रेखा के नाम से जाना जाता है। विभाजन में ब्रिटिश इंडिया के 3 प्रांत पंजाब (पश्चिम पंजाब व पूर्वी पंजाब), बंगाल (पश्चिम बंगाल व पूर्वी पाकिस्तान) और असम (असम व सिलहट जिला जनपत संग्रह से) को भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजित किया गया। भारत में शामिल पंजाब को पूर्वी पंजाब और पाकिस्तान में शामिल पंजाब को पश्चिम पंजाब तथा भारत में शामिल बंगाल को पश्चिम बंगाल और पाकिस्तान में शामिल बंगाल को पूर्वी पाकिस्तान कहा जाता था। असम प्रांत का सिलहट जिला जनमत संग्रह से पूर्वी पाकिस्तान में शामिल हो गया। ब्रिटिश भारत के 11 प्रांत भारत में (अजमेर-मेरवाड़ा-केकड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बिहार, बॉम्बे, मध्य प्रांत और बरार, कुर्ग, दिल्ली, मद्रास, पंथ-पिपलोदा, उड़ीसा और संयुक्त प्रांत) और 3 प्रांत पाकिस्तान (बलूचिस्तान, उत्तर-पश्चिम सीमा और सिंध) में शामिल हुए। आजादी के बाद 26 अक्टूबर 1947 को विलय पत्र (इंस्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेशन) द्वारा जम्मू-कश्मीर को, 20 फरवरी 1948 को जनमत संग्रह द्वारा जूनागढ़ को, 18 सितम्बर 1948 को पुलिस कार्रवाई (आपरेशन पोलो) द्वारा हैदराबाद रियासत को भारत में शामिल किया गया। 552 रियासत भारत में और 13 रियासत पाकिस्तान में शामिल हो गये और इस तरह ब्रिटिश इंडिया का भारत और पाकिस्तान में विभाजन हुआ।

ब्रिटिश इंडिया के प्रांतों और देशी रियायतों का विभाजन

 

दोस्तों यदि भारत के रियासतों का एकीकरण नहीं किया जाता तो भारत का नक्शा आज कुछ इस तरह होता।



                          1947 से 1949 तक रियासतों के क्षेत्र राजनीतिक रूप से भारतीय संघ में शामिल हो गए थे। अधिकांश  छोटे रियायतों को मौजूदा प्रांतों में मिला दिया गया। कई रियासतों ने मिलकर अलग-अलग प्रांत बनाएं और कई रियासत प्रांत बन गए। जिसमें असम, बिहार, बंबई, मध्य प्रांत और बरार, मद्रास, ओडिशा, पूर्व पंजाब, संयुक्त प्रांत, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, अजमेर-मेरवाड़ा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और कुर्ग प्रांत पूर्व ब्रिटिश इंडिया के प्रांत थे। लक्कादीव, मिनिकॉय और अमीनदीवी द्वीप समूह को मद्रास में शामिल किया गया। हैदराबाद, जम्मू-कश्मीर, मैसूर, कच्छ, मणिपुर, त्रिपुरा, भोपाल और बिलासपुर रियासत को प्रांत बनाया गया। मध्य भारत, पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ, राजस्थान, सौराष्ट्र, त्रावणकोर-कोचीन, हिमाचल प्रदेश और विंध्य प्रदेश प्रांत रियासतों के समूह या संघ थे। ब्रिटिश भारत के सबसे छोटे प्रांत पंथ-पिपलोदा को मध्य भारत प्रांत में शामिल कर लिया गया।

पूर्व ब्रिटिश इंडिया प्रांत (लाल), पूर्व रियासत (पीला), पूर्व रियासत के समूह (सफेद)

 
                         इसके बाद 26 जनवरी 1950 को भारत का संंविधान लागू हुआ। संविधान में भारत को राज्यों का संघ कहा गया और प्रांत को राज्य या प्रदेश कहा जाने लगा। 1950 में भारत के 27 राज्यों को चार भागों में बांटा गया। 

1950 में भारत के राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश


1950 में भारत के राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश

                         पहले भाग में (भाग क) में ऐसे राज्य थे, जो पहले ब्रिटिश भारत के गर्वनर प्रांत थे। इस भाग में कुल ९ राज्य थे। जिसमें असम, बिहार, बंबई, मध्यप्रदेश (पूर्व में मध्य प्रांत और बरार प्रांंत), मद्रास, ओडिशा, पूर्व पंजाब, उत्तर प्रदेश (पूर्व में संयुक्त प्रांत), पश्चिम बंगाल राज्य शामिल थे। 1950 में मध्य प्रांत और बरार का नाम बदलकर मध्य प्रदेश और संयुक्त प्रांत का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया था। 

01. असम - असम प्रांत (1912-1947)

02. बिहार - बिहार प्रांत (1912-1947),  22 मार्च 1912 में प्रांत बनाया गया। 

03. बंबई (1947-1960)- बंबई प्रेसिडेंसी (1668-1947) 

04. मध्य प्रदेश - मध्य प्रांत और बरार प्रांंत (1903-1950)

05. मद्रास (1947-1969) - मद्रास प्रेसीडेंसी (1652-1947)

06. ओडिशा -  ओडिशा प्रांत (1936-1947) 1 अप्रैल 1936 को प्रांत बनाया गया। 

07. पूर्व पंजाब (1947-1966)- पंजाब प्रांत (1849-1947) 15 अगस्त 1947 में पंजाब का विभाजन 

08.  उत्तर प्रदेश - संयुक्त प्रांत (1937-1950) 

09. पश्चिम बंगाल - बंगाल प्रेसीडेंसी (1699-1947) 15 अगस्त 1947 में बंगाल का विभाजन 

                         दूसरे भाग में (भाग ख) में पूर्व रियासत या रियासतों के समूह थे। जिसमें कुल 8 राज्य थे। इन राज्य पर शासन के लिए राजप्रमुख पद बनाया गया था। इस भाग मेें हैदराबाद, जम्मू-कश्मीर, मध्य भारत, मैसूर, पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ (पेप्सू), राजस्थान, सौराष्ट्र और त्रावणकोर-कोचीन राज्य शामिल थे। 

01. हैदराबाद (1948-1956) - हैदराबाद रियासत (1724-1948)

02. जम्मू और कश्मीर - जम्मू और कश्मीर रियासत (1846-1952)

03. मध्य भारत (1950-1956) - रियासतों का समूह (मालवा संघ)

04. मैसूर (1948-1973) - मैसूर रियासत (1399-1947)

05. पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ (1948-1956)  - रियासतों का समूह (पेप्सू)

06. राजस्थान -  रियासतों का समूह 

07. सौराष्ट्र (1948-1956) -  रियासतों का समूह 

08. त्रावणकोर-कोचीन (1949-1956) - त्रावणकोर और कोचीन  रियायत का समूह 

                         तीसरे भाग (भाग-ग) में पूर्व ब्रिटिश भारत के मुख्य आयुक्त प्रांत और कुछ छोटी रियासत शामिल थी। जिसमें  कुल 10 राज्य थे। जिसमें अजमेर, भोपाल, बिलासपुर, कुर्ग, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, कच्छ, मणिपुर, त्रिपुरा, विघ्य प्रदेश शामिल थे। और अजमेर-मेरवाड़ा प्रांत का नाम बदलकर अजमेर राज्य कर दिया गया। 

01. अजमेर (1947-1956) - अजमेर को अजमेर-मेरवाड़ा प्रांत (1818-1947)

02. भोपाल (1948-1956) - भोपाल रियासत (1707-1948)

03. बिलासपुर (1950-1954) - बिलासपुर रियासत (1915-1950)

04. कुर्ग (1947-1956) - कुर्ग प्रांत (1834-1947)

05. दिल्ली -   दिल्ली प्रांत

06. हिमाचल प्रदेश (15 अप्रैल 1948) - रियासतों का समूह 

07. कच्छ (1947-1956) - कच्छ रियासत (1147-1947)

08. मणिपुर  - मणिपुर रियासत (1110-1949)

09. त्रिपुरा - त्रिपुरा रियासत (1809-1947)

10. विंध्य प्रदेश (1818-1947) - रियासतों का समूह 

                         चौथे भाग (भाग घ केन्द्र शासित प्रदेश) में एकमात्र अंडमान और निकोबार द्वीप समूह था। जिसे केन्द्र सरकार द्वारा नियुक्त एक लेफ्टिनेंट गवर्नर द्वारा प्रशासित किया जाता था। 

                         भारत को स्वतंत्र और संविधान लागू हुए अभी कुछ ही साल हुए थे और भारत में भाषा के आधार पर राज्य बनाने की मांग होने लेगी। मद्रास राज्य के तेलगु-भाषियों नें अलग राज्य लिए आंदोलन किया। आंदोलन में शामिल पोट्टी श्रीराममुल्लू की 56 दिन भूख हड़ताल के बाद 15 दिसंबर 1952 को मृत्यु भी हो गई। इसके बाद 

आंध्र राज्य  (1953-1956) - 1 अक्टूबर 1953 को मद्रास से आंध्र राज्य का गठन किया गया। भाषा के आधार पर बनाया गया भारत का यह पहला राज्य था।

Potti Sreeramulu


सन् 1953 का भारत (आंध्र राज्य) एवं सन् 1954 का भारत (हिमाचल प्रदेश राज्य)

 - 1954 : 1 जुलाई 1954 को बिलासपुर राज्य को हिमाचल प्रदेश में जिले के रूप में शामिल किया गया। 

-  1954 : पांडिचेरी, माहे, यानम, कराईकल और चंदननगर फ्रांस के उपनिवेश थे। जिसे 1954 में फ्रांस ने भारत को सौंप दिया। चंदननगर को जनमत संग्रह द्वारा 1954 में पश्चिम बंगाल राज्य में शामिल कर लिया गया। पांडिचेरी, माहे, यनाम, करायकल अर्जित राज्यक्षेत्र कहलाया।

सन् 1954 का भारत
 

- आंध्र राज्य बनने के बाद देश में भाषा के आधार पर राज्य बनाने की मांग तेज होने लगी। भारत सरकार ने 1953 में फजल अली की अध्यक्षता में राज्य पुनर्गठन आयोग बनाया। (अन्य सदस्य केएम पणिक्कर और एचएन कुंजरू) आयोग की सलाह से 1956 में 14 राज्य और 6 केन्द्र शासित प्रदेशों का गठन किया गया। 


भारत में राज्यों का गठन (1956 - 2020)

                         1953 में भाषा के आधार पर आंध्र राज्य बनने के बाद देश के अलग-अलग राज्यों में भाषा के आधार पर राज्य बनाने की मांग होनेे लगी। जिसे देखते हुए 1953 में फजल अली की अध्यक्षता में राज्य पुनर्गठन आयोग बनाया गया (अन्य सदस्य केएम पणिक्कर और एचएन कुंजरू)। आयोग की सलाह पर 1956 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम लाया गया और भारत में 14 राज्यों एवं 6 केंद्रशासित प्रदेशों का गठन किया गया। जिसमें भाषा के आधार पर राज्यों की सीमा का विभाजन कर नये राज्य बनाएं गए और वहीं कुछ पड़ोसी राज्यों को मिलाकर नया राज्य बनाया गया।

STATE REORGANIZATION COMMISSION 1953 MEMBER


राज्य पुनर्गठन अधिनियम 1956 के तहत बनाएं गए राज्य एवं केन्द्र प्रशासित प्रदेश 

01. उत्तर प्रदेश राज्य - (राज्य की सीमा में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया गया)

02. असम राज्य - (राज्य की सीमा में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया गया)

03. उड़ीसा राज्य - (राज्य की सीमा में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया गया)

04. जम्मू-कश्मीर राज्य - (राज्य की सीमा में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया गया)

05. पश्चिम बंगाल राज्य - (पश्चिम बंगाल राज्य में बिहार राज्य के कुछ हिस्से को मिलाने से राज्य का क्षेत्र बढ़ गया)

06. बिहार राज्य - (पश्चिम बंगाल राज्य में बिहार राज्य के कुछ हिस्से को मिलाने से बिहार राज्य का क्षेत्र थोड़ा कम हुआ) 

07. पंजाब राज्य - (पंजाब राज्य में पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ (पेप्सू) को मिला दिया गया।)

08. राजस्थान राज्य - (बॉम्बे राज्य के बाबूरोड़ और मध्य भारत राज्य के सुनेलटप्पा क्षेत्र तथा अजमेर राज्य को राजस्थान में मिलाकर राज्य का पुनर्गठन किया गया)

09.  केरल राज्य - (त्रावणकोर-कोचीन राज्य में मद्रास राज्य के कुछ क्षेत्रों को मिलाया गया और त्रावणकोर-कोचीन राज्य का कुछ हिस्सा मद्रास राज्य को दिया गया। इस तरह नया केरल राज्य अस्तित्व में आया। 

10. मैसूर राज्य - (मद्रास राज्य, बाम्बे राज्य, हैदराबाद राज्य के कन्नड़ भाषी जिलों और कुर्ग राज्य को जोड़कर मैसूर राज्य का पुनर्गठन किया गया) 

11. मद्रास राज्य - (मद्रास राज्य का कुछ हिस्सा केरल में तथा कुछ हिस्सा मैसूर राज्य मिलने से मद्रास राज्य का राजनैतिक नक्शा अस्तित्व में आया)

12. आंध्र प्रदेश राज्य - (आंध्र राज्य में हैदराबाद राज्य के तेलुगु भाषी क्षेत्रों को मिलाया गया और इसे नया नाम आंध्र प्रदेश दिया गया। )

13. मध्य प्रदेश राज्य  - (मध्य भारत, विंध्य प्रदेश, भोपाल राज्य तथा राजस्थान का सिरोंज क्षेत्र को मिलाकर मध्य प्रदेश का पुर्नगठन किया गया। मध्यप्रदेश के नागपुर डिवीजन के मराठी भाषी जिलों को बॉम्बे राज्य में शामिल कर दिया गया। 

14. बम्बई राज्य - (हैदराबाद राज्य व मध्यप्रदेश राज्य के मराठी भाषी क्षेत्रों तथा सौराष्ट्र और कच्छ राज्य को बम्बई राज्य में मिलाकर बम्बई राज्य का विस्तार किया गया। बम्बई राज्य के कन्नड़ भाषी जिलों को मैसूर राज्य में और बाबूरोड़ क्षेत्र को राजस्थान में मिला दिया गया)

1956 में 6 केंद्र शासित प्रदेश-

01. अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह

02. दिल्ली

03. मणिपुर

04. त्रिपुरा

05. हिमाचल प्रदेश 

06. लक्कादीव, मिनिकोय और अमीनदीवी द्वीप - (मद्रास राज्य से लक्कादीव, मिनिकोय और अमीनदीवी द्वीप को केन्द्र प्रशासित क्षेत्र बनाया गया)

States Reorganisation Act, 1956

भारत के पूर्व राज्य - इस तरह पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ (पेप्सू), अजमेर राज्य, त्रावणकोर-कोचीन राज्य, हैदराबाद राज्य, कुर्ग राज्य, मध्य भारत, विंध्य प्रदेश, भोपाल राज्य, सौराष्ट्र, कच्छ राज्य और बिलासपुर राज्य भारत के पूर्व राज्य थे।

बम्बई पुनर्गठन अधिनियम , 1960 

14. महाराष्ट्र राज्य एवं  15. गुजरात राज्य - 01 मई 1960 को बम्बई पुनर्गठन अधिनियम  लाया गया। जिसके अनुसार बम्बई राज्य से नए राज्य गुजरात का गठन किया गया तथा शेष बम्बई राज्य का नाम बदलकर महाराष्ट्र कर दिया गया। 

07. दादरा एवं नगर हवेली केन्द्र प्रशासित  प्रदेश - 1954 में पुर्तगाल से स्वतंत्र होने के बाद 1961 तक दादरा एवं नगर हवेली में स्वयं का  चुना गया प्रशासन चलता था। 11 अगस्त 1961 में यह भारत में विलय होने के साथ ही यह केन्द्र प्रशासित क्षेत्र बन गया।

08. गोवा, दमन और दीव केन्द्र प्रशासित  प्रदेश भारतीय सेना ने आपरेशन विजय चलाकर गोवा, दमन और दीव को 19 दिसंबर 1961 को पुर्तगाल से स्वतंत्र कराकर भारतीय संघ में शामिल कर लिया। 1961 में दमन और दीव को भारत का एक केन्द्र प्रशासित क्षेत्र बनाया गया और 1962 में  गोवा, दमन और दीव को मिलाकर केन्द्र प्रशासित क्षेत्र बना दिया गया।

09. पांडिचेरी संघ राज्य - 1 नवम्बर 1954 में फ्रांस द्वारा पांडिचेरी, माहे, यानम, कराईकल को भारत को सौंप सौपने के बाद 1962 तक इसका प्रशासन अर्जित राज्यक्षेत्र के रूप में चलाता रहा। दिसम्बर 1962 में  इसे मिलाकार पांडिचेरी संघ राज्य क्षेत्र बनाया गया। 

16. नागालैंड राज्य - नागा आंदोलनकारियों की संतुष्टि के लिए 1 दिसंबर 1963 को असम राज्य के कुछ क्षेत्रों को लेकर नागालैंड राज्य का गठन भारतीय संघ के 16वें राज्य के रूप में हुआ था।

States & union territories of India : 1963


पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 

17. हरियाणा राज्य - 1 नवम्बर 1966 को पंजाब पुनर्गठन अधिनियम के तहत पंजाबी भाषी क्षेत्र को पंजाब राज्य और हिन्दी भाषी क्षेत्र को भारतीय संघ का 17वां राज्य हरियाणा के रूप में स्थापित किया गया। साथ ही पंजाब राज्य से लगे पहाड़ी क्षेत्र को संघ राज्य क्षेत्र हिमाचल प्रदेश में शामिल कर दिया गया।

चंडीगढ़ केन्द्र प्रशासित  प्रदेश पंजाब पुनर्गठन अधिनियम के तहत चंडीगढ़ को केन्द्र प्रशासित क्षेत्र बनाया गया

States & union territories of India : 1966


 तमिलनाडु : 14 जनवरी 1969 में मद्रास का नाम बदलकर तमिलनाडु रखा गया। 

18. हिमाचल प्रदेश  राज्य - 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया और हिमाचल प्रदेश भारतीय गणराज्य का 18 वां राज्य बना।

19. मणिपुर राज्य (21 जनवरी 1972 को केन्द्र शासित प्रदेश मणिपुर को राज्य का दर्जा दिया गया।

20. त्रिपुरा राज्य (21 जनवरी 1972 को केन्द्र शासित प्रदेश त्रिपुरा को राज्य का दर्जा दिया गया। 

21. मेघालय राज्य (21 जनवरी 1972 को उपराज्य मेघालय को राज्य का दर्जा दिया गया। 


मिजोरम केन्द्र प्रशासित  प्रदेश - (1972  में असम राज्य से संघ शासित प्रदेश मिजोरम अस्तित्व में आए। 

अरूणाचल प्रदेश केन्द्र प्रशासित  प्रदेश - (1972 में असम राज्य से संघ शासित प्रदेश अरूणाचल प्रदेश भी अस्तित्व में आए।

 कर्नाटक राज्य  : 1 नवम्बर 1973 में मैसूर का नया नाम कर्नाटक रखा गया। 

लक्षद्वीप केन्द्र प्रशासित  प्रदेश इसी तरह 1 नवम्बर 1973 से लक्कादीव, मिनिकोय और अमीनदीवी द्वीप को नये नाम लक्षद्वीप से जाना जाता है। 

22. सिक्किम - 1975 तक सिक्किम एक स्वतंत्र राष्ट्र था। भारत में शामिल होने के लिए सिक्किम में जनमत कराया गया और 26 अप्रैल 1975 को 22वें राज्य के रूप में भारत का एक अभिन्न हिस्सा बन गया। 

23. मिजोरम राज्य - 20 फरवरी 1987 में संघ शासित प्रदेश मिजोरम को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया।

24. अरूणाचल प्रदेश - 20 फरवरी 1987 में संघ शासित प्रदेशअरूणाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया।

25. गोवा - 30 मई 1987 संघ शासित प्रदेश गोवा, दमन और दीव से गोवा को अलग कर भारत का 25वां राज्य बनाया गया और  दमन और दीव संघ शासित प्रदेश रहा।

States & union territories of India : 1991

 

NCT OF दिल्ली - 1991 में संघ शासित प्रदेश दिल्ली का नया नाम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली रखा गया।

26. छत्तीसगढ़ राज्य - 1 नवम्बर 2000 को मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ राज्य असितत्व में आएं। 

27. उत्तरांचल राज्य -  9 नवम्बर 2000 को उत्तर प्रदेश से उत्तरांचल राज्य असितत्व में आएं। 

28. झारखंड राज्य -  15 नवम्बर 2000 को बिहार राज्य से झारखंड राज्य असितत्व में आएं। 

पुडुचेरी : 20 सितम्बर 2006 से पांडिचेरी का नाम बदलकर पुडुचेरी किया गया।

उत्तराखंड :1 जनवरी 2007 से उत्तरांचल को उत्तराखंड के नाम से जाना जाता है। 

ओडि़शा : 2011 में उड़ीसा का नाम ओडि़शा किया गया। 

29. तेलंगाना राज्य - 2 जून 2014 को आंध्रप्रदेश राज्य से तेलंगाना राज्य का गठन किया गया। 

States & union territories of India : 2014


जम्मू-कश्मीर संघ शासित प्रदेश - 31 अक्टूबर 2019 को जम्मू-कश्मीर राज्य को पुर्नगठित कर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो संघ शासित प्रदेश बनाया गया।

लद्दाख संघ शासित प्रदेश -  31 अक्टूबर 2019 को जम्मू-कश्मीर राज्य को पुर्नगठित कर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो संघ शासित प्रदेश बनाया गया।

States & union territories of India : 2019


दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव केंद्र शासित प्रदेश - 26 जनवरी 2020 को दो केन्द्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव को मिलाकर एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया।

इस तरह वर्तमान भारत में 28 राज्य और 8 केन्द्र प्रशासित प्रदेश है। 

States & union territories of India : 2020


भारत के राज्य 

01.  उत्तर प्रदेश राज्य 

02. असम राज्य 

03. ओडि़शा राज्य 

04. पश्चिम बंगाल राज्य 

05. बिहार राज्य 

06. पंजाब राज्य 

07. राजस्थान राज्य 

08. केरला राज्य 

09. कर्नाटक राज्य 

10.  तमिलनाडु राज्य 

11. आंध्रप्रदेश राज्य 

12. मध्यप्रदेश राज्य 

13. महाराष्ट्र राज्य 

14. गुजरात राज्य 

15. नागालैंड राज्य 

16. हरियाणा राज्य 

17. हिमाचल प्रदेश राज्य 

18. मणिपुर राज्य 

19. त्रिपुरा राज्य 

20. मेघालय राज्य 

21. सिक्किम राज्य 

22. मिजोरम राज्य 

23. अरूणाचल प्रदेश राज्य 

24. गोवा राज्य 

25. छत्तीसगढ़ राज्य

26. उत्तराखंड राज्य 

27. झारखंड राज्य 

28. तेलंगाना राज्य 


भारत के केन्द्र प्रशासित प्रदेश

01. अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह

02. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली 

03. लक्षद्वीप 

04. पुडुचेरी

05. चंडीगढ़

06. जम्मू-कश्मीर 

07. लद्दाख 

08. दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव 


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